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स्व. भोलाराम जी पारधी

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  स्व. भोलाराम जी पारधी स्व. भोलाराम जी पारधी, पूर्व सांसद और पंवार समाज से बालाघाट जिले से युगपुरुष जिन्हें समय के साथ धीरे धीरे सब भूल रहें थे, अब उनकी स्मृति में सभागार का नाम रखना एक छोटा सराहनीय कदम होगा। हालांकि उनके नाम पर ओवरब्रिज, चौराहे, रोड के नाम होने चाहिए पर ऐसा नही हुआ हैं। पोवार समाज के इस युगपुरुष को हमेशा याद रखना होगा और आने वाली पीढ़ीयों को उनसे प्रेरणा मिलते रहेगी। पंवार संदेश माननीय मुख्यमंत्री जी द्वारा पारधी परिवार का सम्मान आदरणीय स्वर्गीय भोलाराम पारधी पूर्व सांसद बालाघाट पंवार समाज के गौरव जिन्होंने लगभग 60 वर्ष पूर्व बालाघाट मंडी का उद्घाटन किए थे, उनकी स्मृति में मंडी के नए सभागार का नाम भोलाराम पारधी सभागार रख कर एवं स्मृति चिन्ह प्रदान कर सम्मानित किया गया।                                                                                                                                                                      

सामाजिक शख्शियत : स्व. श्री. परसराम पटेल, ग्राम पोंडी(उकवा), जिला : बालाघाट

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  सामाजिक शख्शियत : स्व. श्री. परसराम पटेल, ग्राम पोंडी(उकवा), जिला : बालाघाट पाँच फुट की ऊचाई के साथ साधारण शरीर, गेहूआ रंग, सुन-हरी आँखे,  खादी की धोती, कुरता, कोट, टोपी,और हाथ में छड़ी, सादगी, सौम्यता और अपनत्व की प्रतिमूर्ति अपने जमाने के उत्कृष्ठ समाजसेवी जो सम्पूर्ण पंवार समाज व राष्ट्रीयता को अपने मे समेटे हुये थे । इस महापुरुष का जन्म २१ अक्टूबर सन् १८९४ की दिवाली (लक्ष्मीपूजन) के दिन तहसील बैहर के ग्राम पोंडी में हुआ। उनके पिता नबाजी पटेल प्रसिद्ध मालगुज़ार थे और उनकी माता का नाम जानकू बाई था। बालक परसराम जब ४ वर्ष के थे, तभी उनके पिता का देहांत हो गया था। वे चार गांव के मालगुजार थे जिसकी देखरेख उनके काकाजी अनन्दराम पटेल, जीजाजी दुलीचंद मोकासी ग्राम पाथरी तथा मुखत्यार बंसीलाल लाला करते थे। स्व. परसराम जी पटेल ने केवल प्राथमिक शाला की चौथी कक्षा तक शिक्षा पाई थी । किन्तु वे इतने कढे और बहुश्रुत हुये कि उन्होंने जीवन की हर गहराई और ऊंचाई को स्पर्श किया। १८-२० वर्ष की अवस्था से ही वे समाज सेवा एवं देशसेवा में संलग्न हो गये। वे मनसे, वचन से और कर्मसे गाँधीवादी थे। वे २१ बार डिस्ट्रि

पंवार समाज गौरव : श्री वीरेंद्र ठाकरे

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 पंवार समाज गौरव :  श्री वीरेंद्र ठाकरे 💐💐🎉🎉🎉🎉💐🎉🎉🎉💐💐 श्री वीरेंद्र जी ठाकरे का जन्म ग्राम भांडी, तहसील- वारासिवनी, जिला बालाघाट में हुआ था। श्री बालिकराम जी ठाकरे और माता श्रीमती गीता बाई ठाकरे के पुत्र श्री वीरेंन्द्र जी बचपन से ही विविध प्रतिभा के धनी रहें हैं। आपकी शालेय शिक्षा, नवोदय विद्यालय कानीवाड़ा(सिवनी) से हुयी और उसके बाद आपने GEC/NIT रायपुर से मेटलर्जिकल इंजीनिरिंग से स्नातक किया। आपने बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय से ऍम टेक किया। इसके बाद आपने जिंदल इस्पात संयन्त्र रायगढ़, भूषण इस्पात दिल्ली में विभिन्न पदों पर कार्य किया हैं। वर्तमान में आप जिंदल इस्पात संयन्त्र, डॉल्वी मुंबई, में अपनी सेवाएं दे रहें हैं। अब आपकी पदोन्नति असिस्टेंट जनरल मैनेजर(AGM) के पद पर हुयी हैं। समस्त पोवार समाज क़ी तरफ से आपको बहुत बहुत बधाइयाँ और जीवन में ऐसे ही सफलता अर्जित करते रहने के लिए ढेर सारी शुभकामनायें। 🎉🎉💐💐🎉🎉💐💐🎉🎉💐💐🎉🎉💐💐 शुभकामनाओं के साथ क्षत्रिय पंवार(पोवार) समाजोत्थान संस्थान🚩 ❄️🔅❄️🔅❄️🔅❄️🔅❄️🔅❄️🔅❄️🔅❄️🔅❄️

मैं वो क्षत्रिय पोवार हूँ...

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 मैं वो क्षत्रिय पोवार हूँ....🚩🚩 महादेव जिनके कुलदेवता हैं और माँ महाकाली जिनकी कुलदेवी है, मैं वो क्षत्रिय पोवार हूँ...... प्रभु श्रीराम जिसके आराध्य हैं, सम्राट विक्रमादित्य जिनके आदर्श है, मैं वो क्षत्रिय पोवार हूँ...... चक्रवर्तीय राजाभोज और जगदेव पंवार के वंश से जो खुद को जोड़ता है, मैं वो क्षत्रिय पोवार हूँ... जिसे छत्तीस कुल का पंवार भी कहा जाता है, पोवारी जिसकी मातृभाषा है, मैं वो क्षत्रिय पोवार हूँ.... गर्व से कहो की हम छत्तीस कुल के पोवार(पंवार) हैं।

पोवार गौरव : श्री मनोज बोपचे

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 पोवार गौरव : श्री मनोज बोपचे ************************* संगीत अना गायन को क्षेत्रमा उभरतो सितारा श्री मनोज सुकराम जी बोपचे न आपरी प्रतिभालक यन क्षेत्रमा विशिष्ट पहिचान बनाइसेत। विविध कला को धनी श्री मनोज बोपचे, समाज का युवाइनको आदर्श आति अना उनला यव प्रेरणा भेटे की संगीत अना वाद्य यंत्र की विधामाभी उन्नत करियर बनाय सिकसेजन। समस्त क्षत्रिय पोवार(पंवार) कनलक श्री मनोज बोपचे जी ला लगत-लगत बधाई अना अनंत शुभकामना। 💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐 क्षत्रिय पोवार(पंवार) समाजोत्थान संस्थान, बालाघाट 🚩❄️🚩❄️🚩❄️🚩❄️🚩❄️🚩❄️🚩❄️🚩❄️🚩

गौरव दिवस : क्षत्रिय पोवार(पंवार) समाज से दो विद्यार्थियों की UPSC द्वारा सिविल सेवा परीक्षा(IAS/IPS Exam) में चयन

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 गौरव दिवस : क्षत्रिय पोवार(पंवार) समाज से दो विद्यार्थियों की UPSC द्वारा सिविल सेवा परीक्षा(IAS/IPS Exam) में चयन 💐💐💐💐💐💐💐💐💐 आज बहुत गर्व का विषय है पंवार(पोवार) समाज से दो होनहार युवाओँ का चयन UPSC द्वारा आयोजित सिविल सेवा परीक्षा में चयन हुआ है।  चिरंजीव राहुल देशमुख की रैंक 349 और चिरंजीव आदित्य पटले की रैंक 375 है। संभवतया दोनों को IAS या IPS मिल जाएगा।  राहुल देशमुख, झालीवाड़ा और आदित्य पटले गजपुर (जिला बालाघाट) के मूल निवासी है। यह पोवार समाज के लिए यह बहुत ही गौरव का पल है। इसके पहले समाज से 2015 में श्री अवध किशोर बिसेन IRS(IT), 2013 में सुश्री शीतला पटले का चयन IAS में, 2011 में श्री डॉ सौरभ पारधी का चयन IAS में, 2010 में श्री डॉ सौरभ पारधी IPS, श्री परिष देशमुख IPS, श्री ऋषि बिसेन IRS(IT) श्री ढालसिंह पटले DANIPS, 2009 में सुश्री डॉ किरण बिसेन IFS, 2008 में श्री डॉ दिनेश बिसेन IRS( I&CS), 2006 में श्री सुमित पटले( IOFS), 2001 में श्री पुष्पक अमुले IFS का चयन UPSC CSE से हो चुका है। पोवार समाज में प्रतिभाओं की कमी नही है, बस जरूरत है तो उसे तराशने की। समाज में हम

पोवार(पंवार) गौरव : श्री हिरदीलाल जी ठाकरे

 पोवार(पंवार) गौरव : श्री हिरदीलाल जी ठाकरे समाज के लिए संघर्ष करता क्षत्रिय पोवार योद्धाओं का समूह पोवारी बोली के प्रसिद्ध कवि, लेखक, गायक और समाजसेवक श्री हिरदीलाल जी ठाकरे सदैव समाज की सेवा के लिए तत्पर रहते है। कोरोना संकट के समय उनका समाज के प्रति समर्पण किसी से छुपा नही है और इस भीषण संकट में खुद की जान की परवाह न करते हुए उन्होंने निरंतर कोरोना मरीजों का सहयोग किया। विभिन्न अस्पतालों में भर्ती कोरोना मरीजों तक भोजन सहित आवश्यक सामग्री मरीजों तक समय पर पंहुचाया।  वर्तमान में वे नागपुर के पारडी क्षेत्र में निवास करते है और पोवार एकता मंच के अपने सहयोगियों के साथ समाज की सेवा के लिए निरंतर कार्य कर रहे हैं। ये सभी पोवार योद्धा समाज में सहयोग के साथ समाज के किसी सदस्य के साथ हुए किसी भी कोई भी अन्याय के विरुद्ध किसी भी तरह के संघर्ष के लिए तैयार रहते हैं। पोवार पंवार समाज के ऊपर में गलत टिप्पणियां करने वाली मंजू अवस्थी ने डी लिट की उपाधि 1995 में रविशंकर विश्वविद्यालय रायपुर से हासिल की थी  उन्होंने अपने शोधपत्र में पोवार समाज की महिलाओं के ऊपर अभद्र टिप्पणियां की है एवं पोवार समाज