पोवारीबोधकथाभाग१३
जय माय गढ़कालिका पोवार इतिहास , साहित्य अना उत्कर्ष समूह परिचय “पोवारी इतिहास साहित्य अना उत्कर्ष” समूह , क्षत्रिय पोवार(पँवार)वंश को इतिहास , उनकी बोली पोवारी , संस्कृति को प्रचार प्रसार अना समाजोत्थान साती बनायी गई से। येको उद्देश्य पोवारी बोली , संस्कृति , रीती-रिवाज , परंपरा अना सामाजिक धरोहरो को सरंक्षण अना संवर्धन से । पोवारइतिहाससाहित्यअनाउत्कर्षद्वारादि.०१.०९.२०२०मंगलवारलाआयोजितपोवारीबोधकथाभाग१३ क्रमांक रचना रचनाकारकोनाव पृष्ठक्र . 1. कोनीलकनोकोंजरो श्रीप्रा.डॉ.हरगोविंदटेंभरे 4 2. बबलीकोबिया श्रीगुलाबरमेशबिसेन 5 3. देशसेवा / राष्ट्रसेवा श्रीमुकुंददिगंबररहांगडाले 9 4. फिजूलखर्ची श्रीसी. एच. पटले 10