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♦️लिख रहया सेती जे पोवारी मा♦️

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 ♦️लिख रहया सेती जे पोवारी मा♦️ ------------------💜♥️💚--------------- लिख रहया सेती जे पोवारी मा स्वजनों उनको हौसला तुम्हीं बढ़ाओ l बंधुओं लिख सको अगर तुम्हीं मायबोली की सेवा को लाभ उठाओ ll लिख रहया सेती... मायबोली की से मोठी महिमा पोवारी को उत्कर्ष मा हाथ बढ़ाओ l लिख नहीं  सको अगर तुम्हीं त्  लिखने वालों कर पाठ ना फिराओं ll लिख रहया सेती... एक अनमोल नज़र तुम्हारी माय बोली को साहित्य पर घुमाओ l बड़ो अनमोल से समय त् एक लाईक देन ला हाथ बढ़ाओ ll लिख रहया सेती... जाग उठीं से भाषिक अस्मिता  वोन् अस्मिता कर तुम्हीं हाथ बढ़ाओ l होय रहीं से भाषिक क्रांति बंधुओं तुम्हीं पुण्य भागी बन जाओ ll लिख रहया सेती... लिख रहया सेती उनको पर धन दौलत तुम्हीं आपली ना लुटाओ l तुम्हारी मायबोली पोवारी ला केवल आपली शुभकामना दे जाओ ll लिख रहया सेती... 🔶इतिहासकार प्राचार्य ओ सी पटले 🔷पोवारी भाषाविश्व नवी क्रांति अभियान, भारतवर्ष . ♦️शुक्र.5/5/2023. -----------------💚♥️💜---------------- *♦️लिख रहया सेती जे पोवारी मा♦️* ------------------💜♥️💚--------------- लिख रहया सेती जे पोवारी मा स्वजनों उनको हौसला तुम्ही

पगार

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  पगार ( कविता पोवारी भाषा मा )   पगार से तुट पुंजा , हाऊस तोरी कसी फेडू नाहाय घरमा काजू कतली , खायले मुरा का लाडू   खान पिवनकी ईच्छा सोड , घरमा बनाव स्वैपाक पगार से तुट पूंजो ठेव महागाई को धाक मन की ईच्छा पूरी करनला खिसा मोरा नोको फाडू नहाय घरमा काजू कतली खायले मुरा का लाडू   पेट्रोल गॅस बडी महगी , का करे पगार पाच सौ की नोट गायब होसे न लेता डकार प्यारच से सबदून मोठो , पैसा साती नोको भांडू नहाय घरमा काजू कतली खायले मुरा का लाडू   बडी प्यार मा फली फूली , नही देखीस तपन साडी चुडी शापिंग येतरोच से तोरो सपन जसो तसो को संसारला तू बाई नोको मारु झाडू नहाय घरमा काजू कतली खायले मुरा का लाडू   शेषराव येळेकर दि.०९/१०/२२

पोवारी कवितायें संग्रह

    पोवारी   कवितायें   संग्रह 1.           गंगा बाई नरबदा भरी चली से चंदन को पाट जो , चंदन को पाट जो धोयो गयी से , तोला कहु काहार भाऊ तोला कहु काहार भाऊ दुध डाक बहुर जार हेड चंदन पाट हेड चंदन पाट , हाथ धरजो सीकरा हाथ धरजो बसला चंदन को पाट जो तोषयो गयी से , जीन जीन कन की जीन जीन कन की चौक बसी से पांच झनी सवासनी पांच झनी सवासनी चौक बसी सेत , येन घर कोघर धनी ला   येन धर को घरृधनी ला काहे पैदा भयी से येन घर को घर धनी ला कन्या पैदा भयी से , कौन की नातिन   कौन की नातिन चौक बसी से हरचंद भाऊ की नातिन चौक बसी से कौन की कन्या जो चौक बसी से राजा राम की कन्या वो राजा राम की कन्या वो चौक बसी से , खद खद हाससे खद खद हाससे बाई तोरी ओसरी बाई तोरी ओसरी ✍ सौ . विद्या बिसेन         2.           कौन कसे पोवारीलाच खतरा से पोवारीला खतरा से त भोयरी ना पवारी बी कहां जिंदा से पोवार आजन आमी पोवारीच आमरो बाणा स