पोवार(पंवार) गौरव : श्री हिरदीलाल जी ठाकरे

 पोवार(पंवार) गौरव : श्री हिरदीलाल जी ठाकरे

समाज के लिए संघर्ष करता क्षत्रिय पोवार योद्धाओं का समूह

पोवारी बोली के प्रसिद्ध कवि, लेखक, गायक और समाजसेवक श्री हिरदीलाल जी ठाकरे सदैव समाज की सेवा के लिए तत्पर रहते है। कोरोना संकट के समय उनका समाज के प्रति समर्पण किसी से छुपा नही है और इस भीषण संकट में खुद की जान की परवाह न करते हुए उन्होंने निरंतर कोरोना मरीजों का सहयोग किया। विभिन्न अस्पतालों में भर्ती कोरोना मरीजों तक भोजन सहित आवश्यक सामग्री मरीजों तक समय पर पंहुचाया। 

वर्तमान में वे नागपुर के पारडी क्षेत्र में निवास करते है और पोवार एकता मंच के अपने सहयोगियों के साथ समाज की सेवा के लिए निरंतर कार्य कर रहे हैं। ये सभी पोवार योद्धा समाज में सहयोग के साथ समाज के किसी सदस्य के साथ हुए किसी भी कोई भी अन्याय के विरुद्ध किसी भी तरह के संघर्ष के लिए तैयार रहते हैं।

पोवार पंवार समाज के ऊपर में गलत टिप्पणियां करने वाली मंजू अवस्थी ने डी लिट की उपाधि 1995 में रविशंकर विश्वविद्यालय रायपुर से हासिल की थी  उन्होंने अपने शोधपत्र में पोवार समाज की महिलाओं के ऊपर अभद्र टिप्पणियां की है एवं पोवार समाज के लोग डकैती करते थे ऐसे गलत टिप्पणियां कर समाज की गरिमा को नुकसान पहुंचाने का काम किया। उपरोक्त संदर्भ को ध्यान में रखते हुए क्षत्रीय पोवार (पंवार) समाज के समाजप्रेमी श्रीमान हिरदीलाल जी ठाकरे अपने समाज के सदस्यों के साथ बालाघाट जिले में दस्तक देकर विभिन्न पोवार, पंवार समाज के संगठनों से विचार विमर्श कर  मंजू अवस्थी के ऊपर कार्यवाही करने एवं पोवार समाज से संबंधित गलत जानकारी इंटरनेट से त्वरित हटाने के लिए एवं श्रीमती मंजू अवस्थी की उपाधि को विश्वविद्यालय द्वारा निरस्त करने के लिए उन्होंने  मध्य प्रदेश राज्य अन्य पिछड़ा वर्ग के अध्यक्ष एवं विधायक आदरणीय गौरीशंकर भाऊ बिसेनजी से भी मुलाकात की। 

श्री हिरदीलाल जी ठाकरे और उनके सहयोगियों के जागरूक प्रयासों के कारण ही श्रीमती मंजू अवस्थी ने स्वीकार किया उन्होंने पूर्वाग्रह से ग्रसित होकर समाज के विरुद्ध असत्य तथ्यों को अपने शोधपत्र में समाहित किया। उन्होंने अपनी गलती को स्वीकार कर समाज से माफी मांगी है।

  समाज की ऐतिहासिक और वैभवशाली संस्कृती के संरक्षण के साथ समाज के पुरातन नामों के संरक्षण के लिए श्री हिरदीलाल जी और उनके सहयोगी निरंतर प्रयास कर रहे हैं, साथ में पोवार(पंवार) को बोली पोवारी(पंवारी) को बचाने के लिए उनका योगदान सराहनीय है।

           क्षत्रिय पोवार(पंवार) समाज की अस्मिता के सच्चे रक्षक  श्रीमान हिरदीलालजी ठाकरे और आपके सभी सहयोगियों को कोटि-कोटि धन्यवाद और सभी को पूर्ण विश्वास है आप ऐसे ही अपने कार्यों से समाज का उत्थान करते रहेंगे।


क्षत्रिय पंवार(पोवार) समाजोत्थान संस्थान, बालाघाट

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