पोवार समाज का नेता अन पोवार समाज

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पोवार समाज का नेता अन पोवार समाज

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       जागतिक लोकतंत्र की व्याख्या करीस त् असो कवनो मा आवसे की, जेको ज्यादा बहुमत ऊ राजा। पन भारत देश को लोकतंत्र की बात करिस त् वा बात बहुत मंग होय जासे। 

       येन भारत देश को लोकतंत्र मा लोकसभा की अगर बात होत रहे त्  महाराष्ट्र को भंडारा गोंदिया लोकसभा क्षेत्र मा पोवार समाज को नेतृत्व की बात होसे।   होत रहे त्  महाराष्ट्र को भंडारा गोंदिया लोकसभा क्षेत्र मा विधानसभा क्षेत्र की बात होत रहे त्  तिरोड़ा -गोरेगांव विधानसभा क्षेत्र कसभा क्षेत्र मा पोवार समाज को नेतृत्व की बात होसे की बात होसे। येन देश को लोकतंत्र मा लोकसभा की अगर बात होत रहे त् मध्यप्रदेश बलाघाट -सिवनी लोकसभा क्षेत्र मा पोवार समाज को नेतृत्व की बात होसे। बालाघाट, कटंगी विधानसभा क्षेत्र कसभा क्षेत्र मा पोवार समाज को नेतृत्व की बात होसे की बात होसे।  अजवरी को इतिहास से की, मध्यप्रदेश अन महाराष्ट्र को दुय सीट पर पोवार समाज को नेतृत्व राज कर। उन न का करीन नही करीन वा बात अलग से पन ओय लोग समाज ला नही भूल्या, समाज को नाव लौकिक करस्यानी झंडा उचो करीन।

      पन आज का पोवार समाज का नेता समाज पेक्षा आपरो अस्तित्व जास्त देखायस्न खुद ला मोटो मान रह्या सेत। पन या उनकी धारणा योग्य नहाय। समाज को आय, जवर को आय मुहूंन ओन व्यक्ति ला आमरो समाज न बहुत महत्व देयकन उनला मत देयकन विजयी बनाईंन। पन ओन समाज को नेता ला असो समझ से की, ऊं व्यक्ति दुसरो समाज को वोट लक जित्स्यान आयेव। हा.... या बात सच से की, वोन  व्यक्ति ला दुसरो समाज को वोट लक बढ़ोत्तरी मिली। पन पोवार समाज को कारण लक ऊं व्यक्ति जित्स्यान आयेव, या बात ऊ जनप्रतिनिधि बनेव आमरो समाज को नेता शून्य मा गिन से। जबकि ओन नेता ला पंचायत समिति पासना जिला पंचायत अन सामनो को पदाधिकारी बनावन मा समाज को अमूल्य योगदान से।

      जेको होतो अस्तित्व शून्य 

      ओला बनायिस समाज न पुण्य।

       एड. देवेन्द्र चौधरी, तिरोड़ा 


या बात आज का जनप्रतिनिधि काहे भूलत रहेत? 

येन बात पर आमरो समाज को हर जन न बिचार करन की जरूरत से। 

        अगलो भाग मा नेता इन की अच्छाई अन सच्चाई देखन को प्रयास करबीन

जय माय..... गढ़कालिका.....जय चक्रवर्ती राजाभोज.


✍️ *एड. देवेन्द्र चौधरी, तिरोड़ा*

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