ज्ञान देनको काम

 

ज्ञान देनको काम

ज्ञान देनको काम अना समाज कार्य कसो भी तरीका लक़ होय जासे। कोनी फोन पर सब आपरो काम, ज्ञान, धरम अन दान देन का काम कर लेसेति। समाज सेवा अना आपरी संस्कृति रक्षन को काम करन लाई, सामाजिक मंच च लगे, भाषण देनोच पढ़ें, माला पेहरायबीन अना रैली निकालकन वोको वाहटस अप फेसबुक अना अखबार मा देबीन अना वोला जमीनी काम कहकन वोको प्रचार करबीन तबच वोला समाज सेवा समझनो, कोनती समाज सेवा से समझ को बाहर आय।  येला स्वार्थ परक राजनीति कवहनो ज़ियादा उचित रहें। ठीक से की जय राजा भोज, जय माय गड़काली को नारा लगाव, पर आपरी असल पहिचान अना संस्कृति ला बचावनो भी जरुरी से। जमीनी काम त यव से आपली बोली, नेंग दस्तूर ला बचाव, घर घर जायकन पोवार समाज का संस्कार को पतन ला रोकन को काम करो, युवा पीढ़ी ला आपरो धरम सांगो, नवी पीढ़ी ला बचपन लक सांगो की आमरो समाज का बिया पोवारी को कुर माच होसे। यव बी सांगनो पढ़ें की आमरो पुरखा राजा होतिन, आमी उनका वंशज आजन, त अज भी मोठा मानुषच बनबीन। समाज मा अपराध रोकनलाई आपरो महान संस्कार को प्रचार करबीन।

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