जीवन प्यार को गीत आय वोला सब दिल न गाये पाहिजे

 


जीवन  प्यार  को  गीत  आय 

वोला  सब  दिल  न गाये पाहिजे


जिवन कभी भी कठिन नाय...

कभी नळला पाणी नही ...कभी पानी  रहेव पर...घुट भर  पानी  देनों  वालों  कोणी  नहीं  रहव.....

कभी  पगार  नहीं होय...कभी  भयव पगार  बच नहीं.... कभी  भेठेव  पगार  कोण पर  खर्च  करनो...असो प्रश्न  पडसे?

कभी जागा नही रहव.... कभी जागा रहेव पर भी मन मा जागा नही रहव... कभी जागा अन मन मा जागे रहेव पर भी वोन रिस्ता की ऊब आए जासे....

कभी डब्बा मा मन पसंद भाजी नही रहव.. कभी भाजी मन पसंद पन रोटी करपी रहव से...  कभी दुही मन  सारखी तरी दुसरो को  डब्बा  की भाजी को सुगन्ध  मा मन की इच्छा अडकी रहव से....

कभी कभी कोनी  संग मा  रहेव पर भी...एकटा पना लगसे...कभी एकटो रहेव पर भी मन  भरेव सारखो लगसे..

*कभी आवडता शब्द अचानक! कान पर पड सेती..कभी न आवडता शब्द अचानक  कान पर पड सेती...

कभी पसन्द  को माणुस  पासुन नहीअन अपसन्द माणुस पासुन अनुभव आव सेती

कभी आपुन कसो जगन  समजत नही...कभी समोर को  असो का कर से समजत नही

 


 पोवारी अनुवाद  

चंद्रकुमार जी शरणागत

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