असंगठितक्षेत्रों के कामगारों के लिए बहुत प्रभावशाली और कड़े कानून का प्रावधान


समाज के अधिकतर युवा साथी रोजगार की तलाश में और अपने जीवनयापन तथा घर की जिम्मेवारी के चलते गावँ से शहर की ओर रुख करते हैं।

यह परिवार के लिए वज्र सा प्रहार होता है जिसे सह पाना बहुत मुश्किल है।

नियति को टालना भी किसी के हाथ मे नही होता... यह भी एक सत्य है। ईश्वर के लिखे को कोई नही मिटा सकता नाही पार पा सकता है।

उपरोक्त सभी कारणों को समझते हुए हम इस दुःख भरी घड़ी में आपदाग्रस्त परिवार को  साहस और शक्ति प्रदान कर दुःख को सहन करने में परिवार को हिम्मत देते रहते है । ऐसी विपरीत परिस्थितियों में नजदीकी रिश्तेदार, परिचित लोग, मित्रगण सामाजिक सदस्य गण आर्थिक, मानसिक और सामाजिक रूप से मददगार साबित होते है।

और यह सभी का कर्तव्य भी बनता है कि ऐसे परिस्थितियों में सामने आकर खुले मन से सहयोग करे।

नागपुर पोवार समाज एकता मंच की जितनी तारीफ करे कम ही पड़ती हैं।

हर सदस्य के दुःख - सुख के लिए सदैव तत्पर रहते हैं।

सरकार के द्वारा असंगठितक्षेत्रों के कामगारों के लिए बहुत प्रभावशाली और कड़े कानून का प्रावधान किया गया है।

जो कि निम्नलिखित है...

1) उनके वेतनमान से संबंधित

2) उनकी सुरक्षा से संबंधित

3) कार्यस्थल पर मूलभूत सुविधाओं को प्रदान करने

4) चिकित्सा सुविधा के साधन

5) सुरक्षा उपकरण मुहैया कराने संबधी

6) मानक प्रशिक्षण कार्यशाला आयोजित करने संबंधित

7) कामगारों के बच्चों के लिए साइट पर कुछ आवश्यक बुनियादी सुविधाओं को प्रदान करने संबंधी

8) EPF, PPF, INSURANCE तथा चिकित्सिय कार्ड संबधी

9) कानूनी कार्यवाही तथा प्रक्रिया संबंधित जानकारी के लिए लेबर उपायुक्त  एवं लेबर कोर्ट का संचालन

10) वेतन, बोनस संबंधित शिकायत एवं संशोधन 

11) दुर्घटना क्षतिपूर्ति तथा दावा/ क्लेम

इस तरह अनेकों नियम हैं जिन्हें हर कम्पनियों को आवश्यक रूप से पालन करना होता हैं किंतु असंगठित क्षेत्र में कार्यरत वर्करों को जानकारी के अभाव में अनन्य नुकसान और परेशानियों का सामना करना पड़ता है।

जो कि बहुत दुखद है।

बावजूद ऐसे कठिन परिस्थितियों में  स्थानीय सामाजिक संगठनों द्वारा मदद करना सकारात्मक सोच को दर्शाता है, और कर्त्तव्य बोध से परिपूर्ण संगठन की निश्चित ही पहचान कराता है।

चूँकि कोई भी नियोक्ता आसानी से किसी भी चीज के हल के लिए पहल नही करता जब तक कि उसपर कोई दबाव नही बनता।

आप सभी समाज के युवा साथियों से विशेष अनुग्रह निवेदन हैं कि स्वयं की सुरक्षा का विशेष ध्यान रखें, सिर्फ आप स्वयं ही आहत नही होते, संपूर्ण परिवार, और आपके बच्चों का भविष्य जरा सी चूक से बिखर जाता है।

आपका जीवन बहुत ही अनमोल है और परिवार के लिए अनन्य महत्वपूर्ण हैं इसलिए कार्यस्थलों पर सुरक्षा का ध्यान अवश्य रखे और सभी साथियों को भी इसकी जानकारी अवश्य शेयर करे।

Naresh Gautam


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