सामान्य जन की संघठनलक अपेक्षा
सामान्य जन की संघठनलक अपेक्षा
जेतरा बी संघठन सेत उनमा सभी पदाधिकारी वय च होना जिनन पोवारी की मर्यादा को पालन करीन ।
उनला च संघठन को पदाधिकारी बननला होना, जिनको परिवार मा सब च 36 कुल पोवार या पंवार रहेती ।
जो खुद मर्यादा को पालन नही कर सकत वय समाज को सही मार्गदर्शन ,नेतृत्व नही कर सकत। जीनन खुद 36 कुल को बाहर की रस्ता पकड़ी सेन वय समाजला 36 कुल को बंधन मा बांध के नही राख सकत।
पोवारी नेतृत्व आदर्श होना तबच पोवारी बनी रहे ।
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