स्वतंत्रता आंदोलन : पोवार समाज का योगदान

 सामाजिक चिंतन - स्वतंत्रता आंदोलन : पोवार समाज का योगदान

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१.पोवार समाज: भारतवर्ष का एक अंग

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        भारतवर्ष यह विविधता युक्त और विश्व का सबसे बड़ा प्रजातांत्रिक राष्ट्र है.यहां का प्रत्येक समुदाय यह राष्ट्रीय उत्कर्ष की एक इकाई है यह हमारा एक स्पष्ट दृष्टिकोण है. इसी  राष्ट्रीय दृष्टिकोण से पोवार समाज की ओर देखते है और उसके उत्कर्ष के लिए अविरत कार्य भी करते है.

           पोवार समाज के उत्कर्ष का कार्य करने से भारत के स्वतंत्रता संग्राम में पोवार समाज का क्या योगदान हैं ? यह प्रश्न हमसे अनेक बार पूंछा जाता है.अत:  महात्मा गांधी के नेतृत्व में लड़ी गई भारत की आजादी की लड़ाई में, भंडारा जिले के पोवार समाज की भूमिका और योगदान को अधोरेखांकित करना यही इस लेख का प्रमुख उद्देश्य है. यह योगदान और इसका स्वरुप निम्नलिखित है -

२.कारागृह भंडारा जेलबंदी यादी

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२-१. जेलबंदी यादी तुमसर

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१.श्री.नत्थुजी कुकमुजी चौधरी २.श्री.सखाराम आत्माराम राने

३.श्री.भीवा ग्यानीराम अंबोले

४.श्री.फत्तु श्रावण बिसने 

२-२.जेलबंदी यादी सिहोरा 

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१.सुखलाल बाबुजी पटेल

२.ओखा डोमा चौधरी

३.श्री.ग्यानीराम नारायण तुरकर

४.श्री.नागोराव जानबाजी तुरकर

२-३.जेलबंदी यादी येरली

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१.श्री.जैपाल तुलसीराम जी राहांगडाले

२. श्री.मोड़कू संभाजी पारधी

३.श्री.जांबखा धोंडबा पोवार

४.श्री.सुखलाल बुधा पोवार

५.श्री.रतीराम कान्हा पोवार

६.श्री.सुका विठू पोवार

७.श्री.भोला दसरु राहांगडाले

८.जैपाल धानू ठाकरे

९.श्री.कोंडाबा नंदा पोवार 


३.पेंशनधारकों की सूची (स्वतंत्रता सैनिक तथा उनकी विधवा पत्नी)

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३-१.तहसील-तुमसर

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  १.श्री.सुका बुधा राहांगडाले

२.श्री.जैपाल धानु पोवार

३.श्री.धनलाल दौलत राहांगडाले

४.श्री.भिवाजी ग्यानीराम अंबुले

५.श्री.भोला दसरु राहांगडाले

६.श्री.यादवराव बाजीराव तुरकर

७.श्रीमति भागीरता रतीराम पटेल

८.श्रीमति पार्वतीबाई जानबाजी राहांगडाले

९.श्रीमति भागुबाई बापू चौधरी

१०.श्रीमति बेजनबाई धोंडु पटले 


३-२.गोंदिया-तहसील

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१.श्री.गोविंद सदाशिव पोवार

२.श्री.पृथ्वीराज दशरथ कटरे 

(१९४२केभारत छोड़ो आंदोलन के समय भंडारा जेल गए थे.)

३-३.तुमसर-तहसील

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१.श्री.दयाराम मारोती पटेल

२.श्रीमति सुगरत्ताबाई तुरकर

३.श्रीमति सावित्रीबाई धनपाल बिसने

४.श्रीमति पार्वतीबाई  सुकलाल पटेल

५.श्रीमति मंगुबाई सुकलाल पटेल

६.श्री.जयपाल दादुजी कटरे

७.श्री.तेलीराम गणपत राहांगडाले

८.श्री.रामपाल दौलत राहांगडाले

९.श्री.फकीरा नारायण चौधरी

३-४.तिरोड़ा -तहसील

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१.श्री.सेवकराम मोतीराम कटरे

२.श्री.मोड़कु संभाजी पारधी 

४.राष्ट्रभक्ति की प्रेरणा

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         वर्तमान पोवार समाज की युवाशक्ति का ध्यान  अपने प्राचीन और मध्ययुगीन इतिहास के गुणगौरव में पर ही केन्द्रित कराया गया है . परिणामस्वरुप उसका ध्यान पोवार समाज के आधुनिक इतिहास पर केंद्रित नहीं है.  प्रस्तुत लेखक का का अभिमत है कि युवाशक्ति को अपने आधुनिक इतिहास से भी  राष्ट्रभक्ति की प्रेरणा लेनी चाहिए और  भारतवर्ष में अपने समाज की  विशेष पहचान बनानी चाहिए.


संदर्भ ग्रंथ

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१.कोर्ट रिकॉर्ड कागजपत्र, जिला न्यायालय

२.लोकमान्य तिलक राष्ट्रीय विद्यालय तुमसर,व्हिजीट बुक

३.भंडारा जिल्ह्यातील स्वातंत्र्य लढ़ा - डाॅ.वि.ना.हंडियेकर

4.History of Freedom Movement in Madhya Pradesh,1956.


#लेखक-इतिहासकार प्राचार्य ओ. सी. पटले

मंग.०५/०४/२०२२.

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