कोयार सो मिठो बोलो

 कोयार सो मिठो बोलो।

दिनांक:१७अना१८:४:२०२२

*******************************

बड़ी प्यार की से बोली


मोरो पोवार की किर्ती

संस्कृति जपके ठेवो।

बड़ी प्यार की से बोली

कोयार सरीखी बोलो।।टेक।।

जात भाई बनसेती

येकमेक को सहारा।

काम पर पड़ सेती

मिलसे मोठो आसरा।

जीवन की गाड़ी चली

हात मा धरो कासरा।

सुख दुःख मा कटेती

जनम मरण को फेरा।

रिती रिवाज कि संस्कृति

अनमोल भर्यो ठेवो।।१।।

खेती बड़ी उपजाऊ

यहा पीक सेती मोती।

आलस मा नको रहु

घर दार होसे माती।

टुरु पोटुला शिकावो

इसकुल करो भर्ती।

पढ्या लिख्या बन्या रहो

बढ़ा वो जात की किर्ती।

हेमंत कसे जातीला

बोली को बंधन बांधो।।२।।

******************************

हेमंत पटले धामनगांव आमगाव

९२७३११६५०१

***********************************



Comments

Popular posts from this blog

पोवारी साहित्य सरिता भाग ५४

पोवारी साहित्य सरिता भाग ६९

पोवारी साहित्य सरिता