आमरो अस्तित्व

 आमरो अस्तित्व

आमरो समुदाय का अच्छा संस्कार, सीधोपना, शुध्द अना सहज वृत्ति, एकदूसरो को प्रति आत्मीयता, 36 कुल मा आपस मा रिश्ता नाता ये सब आमरी अनमोल धरोहर आय, या टिकनला होना । तुमी आपलो समाज को कोणी को च घर चली जाव असो लगे जसो वु तुमरो रिश्तेदार आय भले कोणती बी रिश्तेदारी रहे न रहे । आमला आमरो समाज को पाया मजबूत करनो जरूरी से। पोवारी संस्कृति, नीतिमूल्य नवी पीढ़ी को हर दिल मा जिंदा रहे येकी जबाबदारी आमरो पिढीला निभावनो पड़े। पोवार समाज मा कही अगर अतिक्रमण होत रहे त् वोको कसके विरोध करनो पड़े  समाज की पहचान त् आमला बनायके राखनो पड़े। मजबूती हर घर लका, हर व्यक्ति को द्वारा आये। आमी काइ अलग आजन असो देखावन को चक्कर मा बंदर वानी देखासिखी करनो को बजाए आमी खुद परा गर्व करबिन त् दुनिया आमरी इज्जत करे। आपलो संस्कृति को अस्तित्व को कारण आमरी इज्जत बनी रहे । आपली बोली की महत्ता, आपलो इतिहास की महत्ता खुद पहले स्विकारनो पड़े, दुनिया मंग मंग आमरो अस्तित्व की महत्ता स्वीकार कर लेये। 

बस आपलो भीतर ताकद भरण की जरूरत से .....

Comments

Popular posts from this blog

पोवारी साहित्य सरिता भाग ५४

पोवारी साहित्य सरिता भाग ६९

पोवारी साहित्य सरिता