स्वाभिमान है मुझे मेरे पोवार जाती का

 

स्वाभिमान है मुझे मेरे पोवार जाती का


देश के लिए लड़ें वो देशभक्त सच्चा है,

समाजका हित वो समाज का बच्चा है।

देश और समाज के  लिए ना लड़ सकें ,

उसका तो बस मरजाना ही अच्छा  है।

 

बुराईयां को देखकर भी आंख बंद करें ,

उसका तो अंधा हो जाना ही अच्छा है ।

सच्चाईयां सुनकर भी स्वीकार ना करें ,

उनका तो बहिष्कार करलेना अच्छा है ।।

 

पोवार समाज एकता कायम रखने हेतु ,

पोवारोउत्था बनो कहता बच्चा बच्चा है।

छोड़ दो अधंकार और अधंविश्वास को ,

नही तो जिते जी मरजाना ही अच्छा है ।

 

पोवारी मायबोली तो विरासत है हमारी ,

संरक्षण तो हमार जन्मसिद्ध अधिकार ।

पोवारी संस्कृति    संस्कार ना धरो तो,

समझलो अपना जीवन ही होगा बेकार ।।

 

भारत के पावन भूमि पर जन्म लिया हु ,

अभिगमन है भारत के पावन माती का ।

कुलश्रेष्ठ ब्रम्हनिष्ठ निष्ठावान समाज मेरा ,

स्वाभिमान है मुझे मेरे पोवार जाती का ।।

 

!!!कवी!!!

                                              श्री हिरदीलाल नेतरामजी ठाकरे नागपुर

 पोवार समाज एकता मंच परिवार नागपुर




 

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