कुर(कुल)

कुर(कुल)

पोवारों के 36 कुर हैं और हरएक भी एक क्षत्रिय कुल हैं. कुल के लिए कुर शब्द का प्रयोग होता हैं और पोवारी में भी कुर ही कहा जाता हैं जसो, तुम्ही कोन कुर को सेव भाऊ

Ravindra K Jain, Between History and Legends: Status and Powar in Budelkhand में पंवार को 36 कुर के राजपूत की शाखा बताते हैं. इस प्रकार स्पष्ट हैं की कुर शब्द पोवारी के अलावा भी हिंदी में भी दूसरों के द्वारा प्रयोग किया गया हैं.

36 कुर के क्षत्रिय समूह एक संघ के रूप में पोवार पंवार कहलाये और भाट की पोथी में इनके लिए मालवा राजपुताना से आये परमार शब्द का भी प्रयोग हुआ हैं


                                                            

                                          संकलन : ऋषि बिसेन, नागपुर


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