गौरवशाली पोवारी संस्कृति साहित्य भेट

 

गौरवशाली पोवारी संस्कृति साहित्य भेट

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मोरो सजातीय पोवार समाज को समस्त जन-मानसला हिरदीलाल ठाकरे को सादर प्रणाम जय राजा भोज जय माहामाया गढ़कालिका. सबला सांगनो मा बहुत बहुत अभिगमन होसे की पोवार समाज का क्रांतिसुर्य जेष्ठ साहित्यिक पोवारी मायबोली का जेष्ठ अभ्यासक परमश्रद्धेय श्री आदरणीय नरेशजी गौतम इनको नेतृत्व मा पोवार समाज को समाजोत्थान साती पोवारी मायबोली को संरक्षण व प्रचार प्रसार साती समाजमा एक नवी अना बहुत ही महत्वपूर्ण प्रथा की शुरुआत मातोश्री परमश्रद्धेया श्रीमती स्वर्गीय सत्यभामा बाई छोटेलाल जी गौतम मु दासगांव खुर्द जिल्हा गोंदिया माहाराष्ट्र इनको तेरवी को कार्यक्रम दि ०७-०३-२०२२ ला करनो मा आयी. येव बिचार आमरो समस्त पोवार समाज साती एक स्वाभिमानी व प्रेरणादायक रहे जब तक साहित्य जिवंत रहे तब तक मातोश्री परमश्रद्धेया श्रीमती स्वर्गीय सत्यभामा बाई छोटेलाल जी गौतम इनकी याद जिवंत रहे अना जब तक सुर्य चंद्र तारा रहे तब तक पोवारी संस्कृति साहित्य जिवंत रहे असो मोला लग् से.

 आपलो पोवार समाजमा पहिले पासून एक प्रथा चालू से की जसो आपलो परिवार मा आपला माय बाप आजा आजी या आपलो परिवार को कोणी भी सदस्य स्वर्गवास भयेव त उनको याद मा तेरा वी को कार्यक्रम निमीत्य काही ना काही भेट स्वरुप जसो स्टिल की कटोरी कुंकुम की डब्बी व काही भी वस्तु भेट स्वरुप देत होता अना देनो चालूच से पर अजवरी कोणी को समज मा नही आयेव की आफुण ज्या वस्तु भेट स्वरुप देय रह्या सेजन येको काही उपयोग पोवार समाज को उत्थान साती या पोवार समाज को स्वाभिमान साती होसे का नही येन् विषय पर जरा लक्ष देव. आम्ही ये सब भेट स्वरुप देय रह्या सेजन ये सब नासीवंत सेत अना काहीच दिवस मा इनको नायनाट होय जासे येको साती असी वस्तु भेट स्वरुप देय जेको पीढ़ी दर पीढ़ी चलने वालों सदा अजर अमर अविनाशी साहित्य ,समाजला विकसित करने वालो साहित्य, समाजमा जन जागृति प्रचार प्रसार करने वालो साहित्य, समाजमा प्रामाणिकता सहनशीलता आध्यात्मिकता व सक्रियता दर्शावने वालों साहित्य भेट स्वरुप देहे पायजे येको पर बहुत ही बारकाई लक बिचार करके श्री नरेशज छोटेलालजी गौतम मु दासगांव खुर्द इनन् एक बहुत ही महत्वपूर्ण उपकरण की शुरुआत पोवार समाज का जेष्ठ साहित्यिक कवीभागीरथ ब्रम्हनिष्ठ निष्ठावान परमश्रद्धेय श्री आदरणीय ऋषि जी बिसेन इनको द्वारा लिखित पोवारी संस्कृति या गौरवशाली पुस्तक जेको मा आमरो पोवारी संस्कृति व संस्कार तसोच समाज का नेगं दस्तुर रिती रिवाज को उल्लेख से या गौरवशाली पुस्तक आपलो आई परमश्रद्धेया श्रीमती स्वर्गीय सत्यभामा बाई छोटेलाल जी गौतम इनको यादमा तेरा वी कार्यक्रम मा उपस्थित आपलो समस्त रिस्तेदार व समस्त आमंत्रित पाहुना पाहुनी इनला अजर अमर अविनाशी साहित्य भेट स्वरुप देय कर पोवार समाजमा एक नवी मिशाल कायम करीन.

येन् महत्वपूर्ण विचारधारा लक येन् गौरवशाली पुस्तक को माध्यम लक पोवार समाज को घर घर मा आमरी पोवारी संस्कृति संस्कार अना पोवार समाज का रिती रिवाज व पोवारी नेगं दस्तुर आपलो युवा पीढ़ी ला मालुमात होय सक् से येको साती समस्त पोवार समाजला मोरी करबद्ध प्रार्थना से असाच गौरवशाली पोवारी साहित्य आपलो पुर्वज इनको याद मा भेट स्वरुप देत जाव जेको लक आपलो पोवार समाजमा एक पोवारी मायबोली को व पोवारी संस्कृति अना संस्कार को तसोच पोवार समाज की प्रामाणिकता सहनशीलता अना सक्रियता व आध्यात्मिकता को चांगलो संदेश जाये असो मोला लग् से, येन् महत्वपूर्ण कार्य साती परमश्रद्धेय श्री आदरणीय नरेश छोटेलाल जी गौतम अना परमश्रद्धेय श्री आदरणीय ऋषि जी बिसेन इनला अखिल भारतीय क्षत्रिय पोवार/पंवार माहा संघ करलक तसोच पोवार समाज एकता मंच पुर्व नागपुर करलक कोटि कोटि अनंत कोटि अभिनन्दन.

श्री हिरदीलाल नेतरामजी ठाकरे

पोवार समाज एकता मंच पुर्व नागपुर

अखिल भारतीय क्षत्रिय पोवार/पंवार महासंघ


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