कहर बारिश को

 कहर बारिश को 

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जोर को बारिशमा ऐन

खबरदारी ऐव उपाय

बारिश को असो कहरला

रोखनो सहज शक्य नाय.


कहर बारिश को वू आता 

दिसन लगीसे खरोखुरो

नदी नाला पार करनला

खबरदारी की बाट धरो.


पूर स्थिती की भी जाणकारी

सफर को बेरा सब लेओ

शक्य रहे त बिनकामको

कही सफर मा नोको जाओ.


बारिश को ऐन कहरलं

जनजीवनला मोठो कष्ट

घर दार प्राणी पक्षी किडा

झाड झुडूप होसेत नष्ट.


शेतकरी राजाला भी होसे

अती बारिशमा नुकसान

पिकं भी जासेती बहेकन

जमीन भी होसे वा बेजान.


बारिश को ऐन पाणिलक

पूर पसरेव घरघर

मनुष्य प्राणी न् जनावर 

सबजन होसेती बेघर.

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उमेंद्र युवराज बिसेन (प्रेरीत)

गोंदिया (श्रीक्षेत्र देहू पुणे)

९६७३९६५३११

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